प्रतापगढ़ न्यूज़ डेस्क, प्रतापगढ़ जिले में गत दिनों से मौसम में हो रहे परिवर्तन के कारण फसलों में नुकसान होने लगा है। ऐसे में किसानों में चिंता बढ़ गई है। खास रूप से होने वाली अफीम की फसल को लेकर इन दिनों किसान चिंतित नजर आ रहे है। जबकि इन दिनों फसलों में फूल से फलियां बनने की अवस्था चल रही है। ऐसे में मौसम में उतार-चढ़ाव के कारण उत्पादन पर काफी प्रभाव पडऩे की आशंका बढ़ती जा रही है। गौरतलब है कि बत दिनों से कभी सर्दी की अधिकता तो कभी गर्मी का अहसास हो रहा है। ऐसे में मौसम में यह उतार-चढ़ाव फसलों के लिए प्रतिकूल माना गया है। इन दिनों जहां गेहूं की फसल में बालियां निकल रही है। वहीं मैथी, चना, मसूर, अलसी, धनिया आदि फसलों में फूल आने की अवस्था चल रही है। इसी दौरान कई खेतों में फलियां बनने की भी अवस्था चल रही है। इस समय मौसम अनुकूल होनेा आवश्यक है।
लेकिन कभी सर्दी तो कभी गर्मी का अहसास हो रहा है। जो फसलों के लिए अनुकूल नहीं है। इसके साथ ही कांठल में काले सोने के रूप में पहचान रखने वाली अफीम की बड़ी ही संवेदनशील फसल है। इन दिनों मौसम में बदलाव होने के कारण किसान हर तरह के जतन कर अफीम की फसल को बचाने में लगा हुआ है। इस वजह से अफीम फसल में नुकसान होने की आशंका सता रही है। कई जगह अफीम की फसल पीली पड़ने लगीं है। अरनोद क्षेत्र में इन दिनों कुओं का जल स्तर काफी नीचे चला गया है। इस कारण हालात यह है कि कुओं में रोजाना अब आधा-एक घंटा तक ही मोटरें, पम्पसेट से पानी सिंचाई हो पा रही है। जिससे किसानों में चिंता बढ़ती जा रही है।
बुवाई की स्थिति
फसल इस वर्ष की बुवाई
गेहूं 95045
जौ 6250
चना 23090
मसूर 8392
सरसों 8090
तारामीरा 52
अलसी 9170
अन्य 26929
कुल 177018