प्रतापगढ़ न्यूज़ डेस्क, जिले में विद्युत तंत्र को सुदृढ़ करने के लिए जहां आरडीएसएस(संशोधित सुधार आाधारित और परिणाम लिक्ड वितरण क्षेत्र योजना योजना) के कई कार्य कराए जा रहे हैं। जिसमें हाल ही में दो जीएसएसएस पूर्ण कर शुरू कराए गए है। इनमें करजू और बजरंगगढ़ जीएसएस को पूर्ण बताकर उद्घाटन कराए गए हैं। लेकिन यहां हालात यह है कि इन जीएसएस में कई कार्य अधूरे है। वहीं जो निर्माण कार्य किया और सामग्री लगाई गई है। वो भी गुणवत्तापूर्ण नहीं है। इस संबंध में शिकायतों के बाद निगम अधिकारियों की ओर से यहां निरीक्षण और जांच की जा रही है। जिसमें कमियां मिल रही है। ऐसे में निगम की ओर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है। इसके साथ ही संबंधित ठेकेदार को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। जिसमें कमियों को पूर्ण कराने और सामग्री को गुणवत्तापूर्ण लगाने के लिए निर्देश दिए जा रहे हैं। गौरतलब है कि आरडीएसएस(संशोधित सुधार आाधारित और परिणाम लिक्ड वितरण क्षेत्र योजना योजना) के तहत 97.87 करोड़ रुपए के कार्य आदेश वर्ष 2020 में जयपुर की एक कम्पनी को दिया गया था। जिसमें मुख्य रूप से 33/11 केवी के बजरगगढ़ व करजू व अन्य कार्य को पूर्ण करना था। लेकिन दोनों जीएसएस पर काफी कार्य अधूरे हैं। ऐसे में यहां काफी कमियों को नजर अंदाज करते हुए लोकापर्ण कर दिए थे। अब निगम अधिकारियों क की ओर से शिकायतों पर जांच की जा रही है। जिसमें कमियां मिल रही है। ऐसे में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है।
ग्रामीणों ने की कार्य जांच की मांग
करजू यहां जीएसएस में हुए कार्य की जांच की मांग की गई है। ग्रामीणों निगम के उच्चाधिकारियों से इस संबंध में जांच की मांग की गई है। जिसमें कन्ट्रोल रूम में कई खामियां है। बाउन्ड्रीवाल, जीएसएस के प्लेटफार्म भी घटिया किस्म के बनाए गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि जीएसएस पर पेयजल टंकी का निर्माण नहीं किया है। नलकूप लगाया, लेकिन ना तो इसमें पाइप डाले गए है और ना ही मोटर डाली गई है। इसी प्रकार कंट्रोल रूम में कई खामियां है। वहीं स्ट्रक्चर पर ग्लैनाइज्ड सामग्री में अभी से जंग लगने लगी है। इसकी भी जांच कराने की मांग की है।