सीकर न्यूज़ डेस्क, भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) की सीकर जिला इकाई के अध्यक्ष पद पर हाल ही किए गए मनोनयन के विरोध में बीकेयू के जिला उपाध्यक्ष हरिराम मील ने पद से इस्तीफा दिया है। मील ने इस मनोनयन को संगठन के उद्देश्यों, नियमों, मजबूती व सक्रियता की दृष्टि से उपयुक्त फैसला नहीं बताते हुए विरोध जताया है। जिला उपाध्यक्ष ने प्रदेश अध्यक्ष राजाराम मील को डाक द्वारा अपना इस्तीफा भिजवाया है।
मील ने बताया- जिला अध्यक्ष के पद पर ऐसे व्यक्ति को मनोनीत किया गया है जिन्होंने किसान यूनियन की अपने ग्राम, तहसील व जिला इकाई की मजबूती के लिए कभी भी कार्य नहीं किया। तथा वे स्वयं भी किसान यूनियन की सीकर जिला इकाई में सक्रिय सदस्य नहीं रहे। जबकि संगठन में नियम है कि सक्रिय सदस्य को ही पदाधिकारी मनोनीत किया जाता है।
मनोनयन के समय उपस्थित एक व्यक्ति द्वारा जाट बोर्डिंग हाउस संस्थान, सीकर के अध्यक्ष तथा स्वयं जिला उपाध्यक्ष मील को भी गाली गलौच करने का एक ऑडियो भी व्हाट्सएप के माध्यम से प्रदेश अध्यक्ष को भिजवाया है। मील ने अपने इस्तीफे में कहा है कि ऐसी असभ्य, अमर्यादित व गाली गलौच वाली भाषा से जाट समाज व किसान यूनियन की कार्यकारिणी, पदाधिकारियों व सदस्यों में आक्रोश है। ऐसे तथाकथित व्यक्तियों के साथ कार्य करना संभव नहीं है।
वहीं दूसरी तरफ बीकेयू के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष रामचंद्र सुंडा का जाट समाज कार्यालय, सीकर में भव्य स्वागत किया है। इस दौरान जिलाध्यक्ष ने कहा कि किसानों के लिए लगातार संघर्ष कर रहे थे और आगे भी करते रहेंगे। इसके साथ ही सभी तहसीलों के पुराने अध्यक्षों को साथ लेकर नई रुप रेखा बना कर ग्राम इकाई का गठन किया जाएगा। युवा इकाई जिला अध्यक्ष नरेंद्र धायल ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों के साथ जो व्यवहार कर रही है उसका किसान अपने तरीके से विरोध करेगा।