जयपुर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही आज सुबह 11 बजे प्रश्नकाल से होगी. आज राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू होगी. इस बार राजस्थान विधानसभा का सत्र बेहद हंगामेदार रह सकता है. विपक्ष ने पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के कई फैसले पलटे जाने के बाद भजनलाल सरकार को घेरने की रणनीति बना ली है. राजस्थान में 9 नए जिले और 3 नए संभाग समाप्त करने के फैसले पर कांग्रेस लगातार मुखर है. वहीं, इंग्लिश मीडियम स्कूलों की समीक्षा कराए जाने पर भी विरोध संभव है. सत्ता पक्ष ने भी इस रणनीति का मजबूती से जवाब देने की तैयारी कर ली है.
साथ ही सदन में कई अहम बिल लाने की तैयारी है. प्रदेश सरकार विधानसभा में नया धर्मांतरण विरोधी विधेयक लाने की तैयारी में है. झारखंड कर्नाटक गुजरात में पहले से यह कानू लागू है. लव जिहाद को पारिवारिक न्यायालय के पास निरस्त करने का अधिकार होगा. साथ ही यह गैर जमानती अपराध माना जाएगा.’दी राजस्थान प्रोहिबिशन ऑफ अनलॉफुल कन्वर्जन ऑफ रिलीजन 2024′ के तहत जबरन या प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन करवाने पर रोक रहेगी. इसके अलावा राजस्थान विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध विधेयक 2025 भी पेश किया जाएगा. होम और परिवहन बस सड़क सुरक्षा विभाग की कई अधिसूचनाएं टेबल की जाएंगी. सदन में रोडवेज पर CAG की रिपोर्ट भी रखी जाएगी.
इस सत्र में पेश किए जाएंगे ये बिल
धर्मांतरण विरोधी बिल के अलावा भी कई विधेयक पेश किए जाने की तैयारी है. इस सत्र में मीसा बंदियों को पेंशन संबंधी विधेयक पर भी चर्चा होनी है. भूजल संबंधी विधेयक को प्रवर समिति के पास विचाराधीन है, उसे लेकर भी सरकार की रणनीति तैयार कर रही है. अजमेर में आयुष विश्वविद्यालय स्थापित करने के लिए भी इस सत्र में बिल लाया जा सकता है.
इन दो मंत्रियों को दी गई किरोड़ी लाल मीणा के विभागों की जिम्मेदारी
कैबिनेट मंत्री स्वास्थ्य संबंधी शिकायतों के चलते सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेंगे. विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी सदन को जानकारी देंगे. मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के विभागों से संबंधित प्रस्तावों के अनुमोदन और जवाब का जिम्मा कैबिनेट मंत्री ओटाराम देवासी और केके विश्नोई को दिया गया है.
किरोड़ी लाल मीणा बजट सत्र में नहीं रहेंगे मौजूद
राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा इस बार भी बजट सत्र से गैर हाजिर रहेंगे. इनकी जगह अब दूसरे को जिम्मेदारी दी गई है.