राजसमंद न्यूज़ डेस्क, राजसमंद जिला परिषद की साधारण सभा में जनप्रतिनिधि अधिकारियों पर जमकर बरसे। अधिकारियों के गोल-मोल जवाब सुनकर सदन को गुमराह करने का प्रयास करने वाले अधिकारियों को जिला कलक्टर ने काम पूरा कर सूचना देने के लिए पाबंद किया। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि मेहरबानी करके फील्ड में जाए। पानी से जुड़े मुद्दों पर अभी से ध्यान दे दिया जाए तो मार्च-अप्रेल में परेशानी नहीं होगी। साधारण सभा में जनप्रतिनिधियों पर दवाब में काम करने का भी आरोप लगाया। सभा के दौरान मनरेगा के 54,492 लाख की वार्षिक कार्य योजना को सर्वसमति से पास किया गया।
यूं चली साधारण सभा की कार्रवाई
जिला परिषद की साधारण सभा जिला प्रमुख रतनी देवी की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई। करीब ढ़ाई घंटे चली साधारण सभा में एसीईओ सुमन अजमेरा ने 4 सितबर 2024 की साधारण सभा की अनुपालना रिपोर्ट पर अधिकारियों के जबाव सदन में पढऩा शुरू किया, इस पर जनप्रतिनिधियों ने 6 फरवरी 2024 को हुई अनुपालना प्रतिवेदन पर चर्चा करने की बात कही। इसमें अधिकारियों की ओर से प्रस्तुत किए गए अधिकांश जवाब से जनप्रतिनिधि संतुष्ठ नहीं हुए। जनप्रतिनिधियों ने जलदाय विभाग के अधिकारियों से कहा कि मौके पर काम ही नहीं हुआ और कागजों में काम पूरा होना बताया जा रहा है। कहीं पर पानी की टंकी तो बना दी, लेकिन पाइप लाइन डाल दी लेकिन पानी की कनेक्शन नहीं होने से लाभ नहीं मिल रहा है। सडक़ों का निर्माण घटिया करवाया गया है। इस तरह के आरोप लगने पर जिला कलक्टर बाल मुकुंद असावा ने संबंधित विभागों के अधिकारियों से काम को जल्द पूरा करने के लिए समय सीमा तय कर जिला प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों को अवगत कराने के निर्देश दिए। इस दौरान अनुपालना रिपोर्ट पर चर्चा के दौरान कुछ प्रस्ताव लिए गए। मनरेगा की वार्षिक कार्ययोजना का सर्वसमति से स्वीकृत कर साधारण सभा के समापन की घोषणा की गई। साधारण सभा में भीम विधायक हरिसिंह रावत, कुंभलगढ़ विधायक सुरेन्द्र सिंह राठौड़, उप जिला प्रमुख सोहनी देवी, जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा और जिला परिषद सीईओ बृजमोहन बैरवा मंचस्थ रहे।