नागौर न्यूज़ डेस्क – ओडिशा के बरगढ़ से दो माह पहले लापता हुई नाबालिग लड़की एक अधेड़ व्यक्ति से शादी के बाद बंटू कस्बे में मिली। उसे पैसों का लालच दिया गया था। सौदा ढाई लाख रुपए में होने की बात सामने आई है। नाबालिग को नागौर जिले की बारिखा पुलिस ने बरामद कर बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को सौंप दिया है। ओडिशा पुलिस उसे लेने आएगी।इस पर बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक रामदयाल मांजू ने सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष डॉ. मनोज सोनी को सूचना दी। सोनी ने सिकाऊ एएसपी नूर मोहम्मद को लड़की को बरामद करने को कहा। एएसपी के निर्देश पर बारिखाटू थाना प्रभारी दिलीप सहल ने अपनी टीम के साथ एक मकान पर दबिश देकर लड़की को बरामद कर लिया।
इसके बाद उसे सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया गया
सूत्रों ने बताया कि पीड़िता करीब दो माह पहले ओडिशा के बरगढ़ से लापता हुई थी और पहले जोधपुर पहुंची और वहां से बारिखाटू आई। लापता होने के बाद उसके परिजनों ने स्थानीय थाने में उसके अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बताया जाता है कि उसका चचेरा भाई उसे जोधपुर ले आया और बड़ी खाटू में रहने वाले एक परिवार के 40 वर्षीय व्यक्ति से उसकी शादी करवा दी। बदले में उसे ढाई लाख रुपए दिए। नाबालिग की शादी भी करवा दी गई और फोटो भी खींच लिए गए। कुछ खाली कागजों पर हस्ताक्षर करवाकर उसे धमकाया गया कि वह किसी के खिलाफ पैसे लेने, दुष्कर्म आदि की झूठी रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाएगी।
अचानक पहुंची पुलिस…
जब बालिका के अपहरण कर बेचे जाने की सूचना एसपी नारायण टोगस तक पहुंची तो उन्होंने एएसपी सुमित कुमार और एएसपी नूर मोहम्मद (सिकाऊ) को बालिका को बरामद करने के निर्देश भी दिए। इस बीच सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष डॉ. मनोज सोनी ने पुलिस अधिकारियों को बालिका को बरामद कर उनके सुपुर्द करने के निर्देश दिए। बड़ी खाटू थाना प्रभारी दिलीप सहल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे तो पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। ओडिशा पुलिस के आने के बाद मामले का खुलासा होगा।
इनका कहना है
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि लड़की को ढाई लाख रुपये में बेचा गया है। ओडिशा पुलिस को सूचना दे दी गई है। लड़की का अपहरण हुआ है या बहला-फुसलाकर यहां लाकर बेचा गया है, यह सब पुलिस जांच में सामने आएगा। इस संबंध में जानकारी मिलते ही बारीखातु थाना प्रभारी को निर्देश देकर लड़की को बरामद कर लिया गया है। उसे बेचकर शादी कराई गई है या उसका अपहरण किया गया है, यह जांच का विषय है।