जयपुर। विश्व जागृति मिशन के अध्यक्ष एवं प्रवचनकर्ता सुधांशु महाराज ने कहा है कि इस मायामय संसार से दूर रहकर अपने सनातन धर्म को जानने और समझने से ही आगे जीवन में सफ लता मिलेगी। अपने भीतर सूरज को जगाने और सूर्योदय से पूर्व जागने की सलाह देते हुए कहा कि सूरज तुम्हें जगाने आएं, उससे पहले ही जागने की आदत डालनी चाहिए। सुधांशु महाराज जवाहर नगर स्थित एमपीएस के तक्षशिला ऑडिटोरियम में जयपुर मंडल की ओर से आयोजित दिव्य भक्ति सत्संग में प्रवचन कर रहे थे। संसार के सभी सफ ल लोगों में प्रात:कालीन वेला में जागने का एक गुण है, जब तक दूसरे लोग जागते हैं, वे अपने कई महत्वपूर्ण काम पूरे कर जीवन की दौड़ में बहुत आगे निकल जाते हैं।
जीवन शैली को सही और संतुलित बनाने पर ध्यान दें: उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति जीवन में अमृत प्राप्ति की इच्छा रखते हैं, उन्हें अपनी जीवन शैली को सही और संतुलित बनाने पर फोकस करना चाहिए। शांति और आनन्द से भरपूर जीवन शैली से ही लम्बे समय तक सफल व्यक्ति के रूप में कामयाबी के शिखर पर टिके रहा जा सकता है। विचारों में पवित्रता, मन में शांति और आनंद को जीवन का हिस्सा बनाने की आवश्यकता प्रतिपादित की। उन्होंने प्रात: काल को बहुत ही महत्वपूर्ण बताते खुद को तरोताजा और भगवान की कृपा से पवित्र करके नई ऊर्जा के साथ जीवन जीने की सीख देते हुए कहा कि दुनिया के मालिक से अपना सम्बन्ध जोड़ लेने से उनकी कृपा अवश्य प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि हमें कृत्रिम और बनावटी जीवन जीने से बचना चाहिए, यह नकलीपन जीवन में अशांति को जन्म देता है। वास्तविकता और यथार्थ से जुड़े रहने से जीवन में शांति मिलती है, पूरी दुनिया व्यवहार में शांति चाहती है। विश्व जागृति मिशन जयपुर मण्डल के प्रधान मदन लाल अग्रवाल ने बताया कि एक दिवसीय भक्ति सत्संग में भारी संख्या में भक्तों एवं सत्संग प्रेमियों ने भाग लिया।