कोटा न्यूज़ डेस्क, कोटा देवनारायण पशुपालन आवासीय योजना के बायो गैस प्लांट में रोज 1200 सौ किलो सीबीजी जलाकर नष्ट करने का समाचार प्रकाशित होने के बाद कोटा विकास प्राधिकरण (केडीए) में हड़कंप मच गया। मंगलवार को केडीए प्रशासन के अधिकारी बायो गैस प्लांट पहुंचे और निरीक्षण किया। लंबे समय से गैस लाइनों का उपयोग नहीं होने से इसके सेंसर और पाइप लाइनों में फाल्ट मिला। जिनकी मरमत का निर्णय लिया गया। इसके अलावा प्रतिदिन यहां बनने वाले प्रोम खाद के टेंडर की प्रकिया भी शुरू कर दी गई है। पाइप लाइनों और सेंसर का काम होने के बाद गैस का टेंडर कर इसे भी बेचा जाएगा।
19 जनवरी के अंक में ‘देश के सबसे बड़े प्लांट में लाखों की बायो गैस जलाकर नष्ट कर रहा केडीए’ शीर्षक से प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था। प्रतिदिन 12 सौ किलो से अधिक सीबीजी को जलाकर नष्ट करने से केडीए को एक लाख रुपए से अधिक का नुकसान हो रहा है। टेंडर नहीं होने से यहां बन रहे जैविक प्रोम खाद (डीएपी का जैविक विकल्प) का भी बेचान नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा प्लांट को पूरी क्षमता से नहीं चलाए जाने से भी खाद व गैस का उत्पादन भी कम हो रहा है।
मरमत करवाई जाएगी
बायो गैस प्लांट में पाइप लाइन के लीकेज चेक कर मरमत करवाई जाएगी। मरमत होने के बाद सीबीजी गैस का बेचान शुरू कर दिया जाएगा। प्रोम खाद के टेंडर की प्रकिया भी शुरू कर दी गई है।