सवाई माधोपुर न्यूज़ डेस्क – शहर की वीआईपी कॉलोनी में एक साड़ी शोरूम में गाय मिमियाती हुई आती है और गद्दों पर आकर बैठ जाती है। गाय का रोजाना साड़ी शोरूम में आना और अंदर गद्दों पर शांति से कई घंटे गुजारना लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। खास बात यह है कि गाय के शोरूम में बैठने के दौरान शोरूम का कारोबार प्रभावित नहीं होता है। गाय बीच में गद्दे पर बैठती है और खरीदारों की आवाजाही लगी रहती है। करीब 45 दिनों से यह सिलसिला चल रहा है। ऐसे में दुकान में बैठी गाय लोगों के लिए खरीदारी से ज्यादा कौतूहल का विषय बन गई है। सोमवार को गाय करीब 4 घंटे शोरूम में बैठी रही।
नियमित रूप से आती है गाय
साड़ी दुकान के संचालक राजेंद्र प्रसाद गोयल ने बताया कि गाय सुबह 10-11 बजे दुकान खोलने के बाद नियमित रूप से आती है। कांच के गेट को हल्का सा धक्का देने पर वह अंदर आ जाती है और गद्दों पर बैठ जाती है। सड़क पर उसके साथ घूम रही अन्य गायें नहीं आती हैं। सुभाष ने बताया कि वह और उनकी पत्नी सुधा गोयल एक तरफ खरीदारों से साड़ियां चुनवाते हैं। गाय लोगों की आवाजाही से बिल्कुल भी नहीं डरती। शुरू में जब गाय अचानक शोरूम के अंदर आ गई तो उन्होंने उसे बाहर निकालना चाहा। कांच का गेट व अन्य सामान टूटने के डर से उन्होंने उसे बाहर निकाल लिया, लेकिन गाय फिर दुकान में आकर बैठने लगी।
गाय को आने से रोकने के लिए उन्होंने दूसरी तरफ रोटी देने का तरीका अपनाया, लेकिन गाय ने दुकान में आकर बैठना बंद नहीं किया। अब वे गाय की आवाजाही के आदी हो गए हैं। राजेंद्र का कहना है कि उनकी पत्नी गाय को रोटी व गुड़ देती हैं। गाय जब तक चाहे दुकान में गद्दों पर बैठती है। कभी 10-15 मिनट में उठकर चली जाती है तो कभी एक घंटे तक बैठी रहती है। सेवानिवृत्त क्षेत्रीय वन अधिकारी सुभाष चंद गुप्ता ने बताया कि आसपास कई दुकानें हैं, लेकिन गाय सिर्फ साड़ी की दुकान में जाकर बैठती है। साड़ी की दुकान मालिक का कहना है कि उन्हें गाय के मालिक के बारे में नहीं पता। पड़ोसी दुकानदारों के अनुसार, जब साड़ी की दुकान बंद होती है, तो गाय दुकान के बाहर आती है, कुछ देर रुकती है और फिर चली जाती है।
न कोई नुकसान, किसी को परेशानी नहीं
कपड़ा व्यापारी राजेंद्र ने बताया कि गाय के आने-जाने से साड़ी की दुकान को कोई नुकसान नहीं हुआ है। गाय कांच के गेट और साड़ी डेमो मूर्तियों से बचकर आती-जाती है। खरीदारों को भी कोई परेशानी नहीं होती।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
पालतू जानवर स्वभाव से इंसान के अनुकूल होते हैं। इस श्रेणी में कुत्ता, गाय और घोड़ा शामिल हैं। जब कोई जानवर किसी स्थान और व्यक्ति से बहुत ज्यादा लगाव रखता है, तो वह बार-बार उस स्थान पर जाता है। इसी वजह से गाय भी रोजाना साड़ी की दुकान पर पहुंच रही है।