झालावाड़ न्यूज़ डेस्क – झालावाड़ जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने शहर को नई पहचान दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने आज शहर के औद्योगिक क्षेत्र, गवाड़ी तालाब और खंडिया तालाब का विस्तृत निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने औद्योगिक क्षेत्र में चार दीवारी कच्ची बस्ती के पास अतिक्रमण हटाने और क्रीम तालाब का सौंदर्यीकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों को स्पष्ट किया कि शहर के विकास में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे यहां स्थायी रूप से कार्यरत हैं। खंडिया तालाब पहुंचकर कलेक्टर ने तालाब की क्षतिग्रस्त दीवारों से पानी के रिसाव को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
विशेष रूप से 150 साल पुरानी रोमन पद्धति सिंचाई प्रणाली (रोमन एक्वाडक्ट) के संरक्षण पर भी जोर दिया। कलेक्टर ने गवाड़ी तालाब में पॉलीथिन और कचरा फेंकने पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही इसके आसपास की अवैध दुकानों को हटाने का निर्णय लिया, ताकि इस स्थान को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सके। इस निरीक्षण के दौरान नगर परिषद आयुक्त नरेंद्र मीना, एक्सईएन मनीष सिंह, एईएन सौरभ गुप्ता, जेईएन संदीप काशवानी सहित नगर परिषद के कर्मचारी मौजूद थे। कलेक्टर का विजन है कि जन सहयोग से झालावाड़ को स्वच्छता और सौंदर्यीकरण के लिए राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे भारत में जाना जाए।
पानी का रिसाव रोकने के निर्देश
जिला कलेक्टर ने खंडिया तालाब की दीवार से हो रहे पानी के रिसाव पर नाराजगी जताई और कहा कि नगर परिषद इसके पानी को रोकने के लिए काम करे। उन्होंने पास में ही घोड़े के पास अनावश्यक रूप से लगाए गए सीसी पोल और अन्य लटकते तारों को भी हटाने के निर्देश दिए।
महिलाओं ने बताई सफाई की समस्या
जिला कलेक्टर जब गवाड़ी तालाब पर पहुंचे तो यहां राजपूत समाज की कुछ महिलाएं और पुरुष आए और नगर परिषद की सफाई व्यवस्था के बारे में जानकारी दी, जिस पर जिला कलेक्टर ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को अपने क्षेत्र की सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए कहा।