जयपुर। विधानसभा में प्रश्नों के लिखित उत्तर नहीं पढ़कर सीधे पूरक प्रश्न पूछने की व्यवस्था में विधानसभा अध्यक्ष ने बदलाव करते हुए मंत्रियों को लिखित उत्तर पढ़ने की अनुमति दे दी है। देवनानी ने शून्यकाल के दौरान अपनी दी गई पूर्व व्यवस्था में बदलाव की सूचना दी। देवनानी ने कुछ दिन पहले नई व्यवस्था लागू करने के पीछे यह तर्क दिया था कि लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही का अध्ययन करने के बाद नई व्यवस्था राजस्थान विधानसभा में लागू की गई है, ताकि समय की बचत से सभी विधायकों को बोलने का मौका मिल सके।
सरकार के कुछ मंत्रियों ने इस व्यवस्था पर आपत्ति जताई थी और उन्हें लिखित उत्तर पढ़ने देने के लिए कहा। व्यवस्था के बाद भी कुछ मंत्रियों ने लिखित उत्तर पढ़े, तो विपक्ष ने इसे आसन के आदेशों की अवेहलना का मुद्दा बना दिया। देवनानी ने अपनी व्यवस्था में बदलाव करते हुए पुरानी व्यवस्था लागू कर दी।