अजमेर न्यूज़ डेस्क – शब-ए-बारात इस्लाम धर्म का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। इसे शब-ए-बारात या क्षमा की रात भी कहा जाता है। यह त्यौहार इस्लामी कैलेंडर के शाबान महीने (8वें महीने) की 14वीं तारीख की रात यानी शाबान की पंद्रहवीं तारीख से पहले वाली रात को मनाया जाता है। शब-ए-बारात को मुसलमानों के लिए एक पवित्र रात माना जाता है, जिसमें वे अल्लाह से अपने गुनाहों की माफ़ी मांगते हैं। अब सवाल यह है कि साल 2025 में शब-ए-बारात का त्यौहार कब पड़ेगा।
शब-ए-बारात पर कुरान की तिलावत
आपको बता दें कि शब-ए-बारात पर लोग जागकर नमाज़ पढ़ते हैं, कुरान की तिलावत करते हैं और अपने गुनाहों की माफ़ी मांगते हैं। वे गरीबों और ज़रूरतमंदों को दान भी देते हैं। शब-ए-बारात एक ऐसा मौक़ा माना जाता है। जब अल्लाह अपने बंदों के गुनाहों को माफ़ कर देता है और उन्हें अपनी दुआओं से नवाज़ा देता है।शब-ए-बारात के मौके पर लोग अपने घरों और मस्जिदों को सजाते हैं। वे मिठाइयाँ और पकवान बनाते हैं और अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ बाँटते हैं। अगर शब-ए-बारात की तारीख़ की बात करें तो इसकी तारीख़ हर साल बदलती रहती है, क्योंकि इसे इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से मनाया जाता है।
इस साल शब-ए-बारात कब है
2024 में शब-ए-बारात 25 फ़रवरी की रात को मनाई गई थी। इस वजह से लोगों में काफ़ी असमंजस है कि इस साल शब-ए-बारात कब पड़ेगी। बिहार स्थित इमारत-ए-शरिया की प्रेस रिलीज़ के मुताबिक़, भारत में शाबान का चांद 30 जनवरी 2025 को देखा गया था। मतलब 31 जनवरी 2025 शाबान की पहली तारीख़ थी। इस लिहाज़ से शब-ए-बारात 14 फ़रवरी 2025 यानी शुक्रवार (जुमा) को मनाई जाएगी।