बीकानेर न्यूज़ डेस्क – ऐसा लग रहा है कि राजस्थान का शिक्षा विभाग बिना किसी नियम-कायदे के काम कर रहा है। ऐसा लग रहा है जैसे सुबह अलग आदेश और शाम को अलग आदेश जारी करना विभाग का नियम बन गया है। इसे देखकर ऐसा लग रहा है कि जिस विभाग को जिम्मेदार नागरिकों ने देश का भविष्य तय करने की जिम्मेदारी दी है, वह खुद गैरजिम्मेदाराना तरीके से काम कर रहा है।
हम बात कर रहे हैं दो दिन पहले शिक्षा विभाग द्वारा प्रिंसिपल पोस्टिंग की वरीयता सूची जारी करने की। इसके जारी होने के बाद प्रदेश में 4242 नए प्रिंसिपल मिलने की उम्मीद जगी थी। 11 से 14 फरवरी तक ऑनलाइन काउंसलिंग आवेदन भरने और 18 फरवरी तक पोस्टिंग देने के आदेश जारी किए गए थे। लेकिन 24 घंटे बाद ही विभाग ने नए आदेश जारी कर इस प्रक्रिया को अगले आदेश तक टाल दिया। दो दिन में दो अलग-अलग आदेशों के बाद ऐसा लग रहा है कि विभाग खुद कोई ठोस निर्णय लेने की स्थिति में नहीं है। इस सरकार में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, इससे पहले भी कई बार विभाग हंसी का पात्र बन चुका है।
बीकानेर के पूगल रोड स्थित अनाज मंडी में आज किसानों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया, जहां किसानों ने मंडी में अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए हंगामा किया, वहीं इस हंगामे के बीच विधायक जेठानानंद व्यास भी किसानों की शिकायत पर मौके पर पहुंचे। किसानों ने संबंधित कंपनी और कर्मचारियों पर मंडी में वसूली का आरोप लगाया, वहीं विधायक ने भी इस शिकायत को लेकर अधिकारियों को अल्टीमेटम देते हुए तुरंत समाधान करने को कहा। विधायक ने कहा कि लगातार शिकायतें मिल रही हैं. वहीं मंडी में सीसीटीवी भी काम नहीं कर रहे हैं। ऐसे में मंडी में ये सब नहीं चलने वाला है।